प्रश्न कठिन है ये कह पाना कि मैं कौन हूँ। प्रश्न कठिन है ये कह पाना कि मैं कौन हूँ।
मैं सवालों का जरिया हूँ, खुद सवाल नही हूँ।। मैं सवालों का जरिया हूँ, खुद सवाल नही हूँ।।
मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर्फ रोटियां सेंक मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर...
जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है, मां, बहन जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है...
एक प्रतीकात्मक रचना जो इंगित करती है एक व्यक्तित्व को ॥॥। एक प्रतीकात्मक रचना जो इंगित करती है एक व्यक्तित्व को ॥॥।
उंगली बढ़ा , मैं कलाई पकड़ लूंगा । उंगली बढ़ा , मैं कलाई पकड़ लूंगा ।